परिणाम
- लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास, और विभिन्न अपशिष्ट चीनी धाराओं से 1 जी, 2 जी और हाइब्रिड बायोएथेनॉल के लिए एक उपन्यास बायोप्रोसेस।
- पूर्ण द्रव्यमान और भौतिक संतुलन के साथ पेंटोस चीनी समृद्ध धारा के रूप में हेमिकेलुलोज को पुनर्प्राप्त करने के लिए प्रभावी, लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास डीकंस्ट्रक्शन प्रक्रिया (पायलट स्केल स्तर पर मान्य)। ~85% जाइलोज शुगर के रूप में किण्वन योग्य कार्बन रिकवरी।
- बायोमास saccharification के लिए विकसित उपन्यास और घर में सेल्युलस एंजाइम प्रणाली
- पायलट स्केल किण्वक में जाइलिटोल,
- नवीकरणीय कार्बनयुक्त फीडस्टॉक से खमीर लिपिड उत्पादन और ईंधन और ओलेओकेमिकल्स में लिपिड रूपांतरण चौथे जीन ड्रॉप में इथेनॉल और एकल कोशिका तेल के उत्पादन के लिए खमीर मध्यस्थता किण्वन
- माइक्रोबियल सिस्टम के सिलिको विश्लेषण में
- नवीकरणीय फीडस्टॉक से ईंधन और रसायनों के जीवन चक्र के प्रभाव के साथ-साथ ऊर्जा, ऊर्जा और तकनीकी-आर्थिक मूल्यांकन।
उत्पादन
- 1 पीएचडी प्रदान किया गया
- 6 पीएचडी के अनुसरण में
- 50+ स्नातक/स्नातक/पोस्ट-डॉक्टरेट छात्रों को प्रशिक्षित
- सहकर्मी की समीक्षा की गई पत्रिकाओं में प्रकाशन (जून 2020 तक पिछले 1-वर्ष में कुल प्रभाव कारक 80+)
- NISSTA, लखनऊ के संयुक्त सहयोग से 21 फरवरी 2020 को CSIR-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) में आयोजित “भारत में जैव ईंधन उत्पादन: संभावित, संभावनाएं और प्रौद्योगिकी” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया।